Natasha

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Heart Touching

मेरा एक राहुल नाम का बॉयफ्रेंड था। पिछले साल तक मैं उसे अपना सिर्फ़ दोस्त ही समझती थी। लेकिन जब हम पिछले साल एक पिक्निक पर गये तो मुझे लगा की मैं उसे प्यार करने लगी हूँ। मैने उसे अपने दिल की बात कह दी। वो भी मुझसे प्यार करता था लेकिन मुझसे कह नहीं पाता था।


वो सड़क के किनारे उसे उठा कर खड़ा हुआ और मेरी तरफ देखने लगा।

 

अचानक एक ट्रक बड़ी तेज़ी से आया। लेकिन राहुल अपनी जगह से हिला ही नहीं। मैं चिल्लाई- राहुल, हटो, हटो। लेकिन वो बस गुड़िया हाथ में लिए मेरी ओर देखता रहा और इतनी ही देर में उस ट्रक ने राहुल को जोर से टक्कर मार दी।

इस तरह राहुल मेरी जिंदगी से चला गया। उसके जाने के बाद एक-एक दिन मैने कैसे गुजारा, मैं ही जानती हूँ। रो रो के मेरा बुराहाल था। कई महीने ऐसे ही बीत गये। फिर एक दिन मैने ऐसे ही उसकी एक गुड़िया उठा ली। यही तो उसकी निशानियाँ थी मेरे पास।

 

मैने उसके साथ बिताए हुए उन लम्हो को याद करके एक-एक गुड़िया उठाने लगी – एक, दो,तीन ,…… और गिनती 453 तक पहुँच गयी। मैं रो पड़ी, रोते हुए मेरी उस हाथ की मुट्ठी बंध गयी जिसमें मैंने गुडिया पकड़ी हुई थी। अचानक आवाज़ आई- आई लव यू, आई लव यू, आई लव यू …!!!

 

मैं चौंक पड़ी- ये राहुल की आवाज़ कहाँ से आई। अचानक ध्यान गया कि मैने गुड़िया के पेट पे कस के दबाया तो फिर आवाज़ आई- आई लव यू, आई लव यू, आई लव यू… राहुल की आवाज़ अब रुक ही नही रही थी. मैने एक के बाद दूसरी गुड़िया उठा कर उसका पेट दबाया तो आई लव यू की आवाज़ ही आ रही थी।

 

फिर मैने आख़िरी गुड़िया, जो मैने सड़क पर फेंक दी थी वो उठा कर उसका पेट दबाया तो राहुल की आवाज़ आई- राधिका तुम्हें शायद पता न हो, लेकिन मैं तुमसे बेइंतहा प्यार करता हूँ। I Love You!

 

मेरे आंखों से आंसू रुकने का नाम नही ले रहे थे। मैने सर उठाया और रोते-रोते भगवान से पूछा कि ये मुझे इतनी देर से आज क्यूँ पता चला कि राहुल मुझसे कितना प्यार करता था।

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